
अल्मोड़ा जिले के कांडा इंटर कॉलेज में शिक्षकों की कमी और पेयजल संकट ने छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषयना बना दिया है। इस कॉलेज में कई विषयों के लिए शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं, साथ ही, कॉलेज में पेयजल की स्थिति भी गंभीर है। गर्मी के मौसम में पानी की आपूर्ति में कमी आ गई है, जिससे छात्रों और कर्मचारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार जल संकट के कारण कक्षाएं भी बाधित हुई हैं। कॉलेज प्रशासन ने स्थानीय जल विभाग से संपर्क किया है, लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। विद्यालय की छात्र संख्या 214 है।
स्कूल में प्रवक्ताओं के 11 पद स्वीकृत हैं, जिनमें चार पद रिक्त चल रहे हैं। दो पदों की जिम्मेदारी अतिथि शिक्षक संभाल रहे हैं, जबकि राजनीति विज्ञान और भूगोल विषय को पढ़ाने वाला कोई नहीं है। विद्यालयों में एलटी शिक्षकों के 11 पद स्वीकृत हैं, इसके सापेक्ष एक पद रिक्त चल रहा है। विद्यालय में पेयजल संकट भी लंबे समय से बना हुआ है। स्कूल के लिए जलस्रोत से अलग पेयजल लाइन बनी थी, जो जर्जर होकर टूट चुकी है।
कॉलेज के प्रबंधक ने बताया कि विभिन्न विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए कई बार आवेदन किए गए हैं, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। इससे छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस संकट को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग को चाहिए कि वे इस दिशा में त्वरित कदम उठाएं ताकि छात्रों को एक सुगम और सुरक्षित वातावरण मिल सके। अभिभावकों ने इस समस्या के समाधान के लिए संबंधित विभाग से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। प्रधानाचार्य त्रिभुवन लोबियाल ने बताया कि रिक्त पद और पेयजल की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। बजट मिलने पर पेयजल लाइन की मरम्मत कराई जाएगी।