उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार को हुए बस हादसे में 36 लोगों की मौत हुई है। वहीं 27 लोग घायल हैं, जिनका विभिन्न हॉस्पिटलों में उपचार चल रहा है। इन घायलों में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनका इस हादसे ने सब कुछ छीन लिया है। ऐसी ही एक कहानी है तीन साल की शिवानी की। इस हादसे ने तीन साल की शिवानी को भी अनाथ कर दिया है। शिवानी के माता-पिता की भी इस हादसे में मौत हो गई। अब उत्तराखंड सरकार ने बच्ची की पूरी जिम्मेदारी लेने का फैसला किया है।
तीन साल की शिवानी के सिर से उठा माता-पिता का साया: तीन साल की शिवानी पौड़ी जिले के बिरखेत की रहने वाली है. शिवानी अपने पिता मनोज रावत और माता चारू देवी के साथ दीपावली पर अपने गांव आई थी। सोमवार चार नवंबर को शिवानी अपने माता-पिता के साथ बस में सवार होकर रामनगर के लिए निकली थी। लेकिन बीच रास्ते में बस खाई में गिर गई और शिवानी के माता-पिता की मौत हो गई। तीन साल की शिवानी भी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई है। हॉस्पिटल में उपचार करवा रही शिवानी को अभी तक ये भी नहीं पता है कि उसके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। घायल शिवानी बार-बार अपने माता-पिता के बारे में पूछ रही है।