प्रदीप की पत्नी नीलम ने अपनी ननदों और एक ननदोई पर केस दर्ज कराया है। चार महीने पहले बजुर्ग महिला की मौत हुई थी। शिकायतकर्ता के पति ने भी कुछ माह पहले आत्महत्या कर ली थी।
हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक महिला ने अपनी सास की मौत के लिए दो ननदों और एक अन्य व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया है। महिला ने पुलिस से मामले में दोबारा जांच करने की मांग उठाई है। पुलिस के बड़े अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब बहादुरगढ़ सेक्टर-6 थाने में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। इस केस के तीनों आरोपी शिकायतकर्ता महिला के पति की मौत के मामले में भी आरोपी हैं।
करीब चार साल पहले एक बुजुर्ग महिला बिमला देवी की मौत हो गई थी। तब बयान के आधार पर पुलिस ने घटना को संयोग मानकर कार्रवाई की थी, लेकिन बाद में परिजनों को शंका हुई तो उन्होंने अपने स्तर पर पड़ताल की और पुलिस को शिकायत दी। न्याय के लिए मृतका महिला की पुत्रवधु लगातार संघर्ष कर रही है।
शिकायतकर्ता बहादुरगढ़ निवासी नीलम का कहना है कि जिस दौरान (29 जुलाई 2020) को सास बिमला देवी की मृत्यु हुई थी, तब मेरे पति प्रदीप कुमार दिल्ली में ड्यूटी पर थे, जबकि दोनों ननद घर पर थी। तब एक ननद ने बयान दिया था कि सास ने जहर खाया है।
बकौल नीलम, सास की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे कई घंटों तक अस्पताल नहीं ले जाया गया, जबकि मेरी दूसरी ननद नर्सिंग आफिसर है, वो भी वहीं थी। सास को डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय वह अपनी ड्यूटी पर चली गई। उन्हें तड़पता छोड़ दिया गया। काफी समय बाद जब अस्पताल ले जाया गया तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
ननदों ने अपनी ही मां की मौत की सबको झूठी कहानी सुनाई। मेरे पति ने भी उस वक्त ननदों की बातों पर विश्वास कर लिया। इस वजह से मामले में इत्तफाक मानते हुए पुलिस ने कार्रवाई की। इसके बाद ननद ने हमें धमकियां देनी शुरू कर दी।
जब उनके झूठ का पता चला तो पति ने अस्पताल से रिकाॅर्ड निकलवाया। पता चला कि सास को ओपीडी या आईपीडी में दाखिल ही नहीं किया गया था। दोनों ननद और अन्य मिलकर सास पर पैसे और प्रॉपर्टी के लिए दबाव बना रहे थे। मामले में निष्पक्षतापूर्ण कार्रवाई कर सच्चाई सामने लाई जाए। उधर, पुलिस ने दोनों ननदों और अमित नाम के व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल कुछ महीने पहले ही शिकायतकर्ता नीलम के पति प्रदीप कुमार ने भी आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले प्रदीप ने सुसाइड नोट में अपना दर्द बयां किया था। सुसाइड नोट में प्रदीप ने भी अपनी दोनों बहनों व अमित नाम के एक शख्स पर घर, प्रॉपर्टी आदि पर कब्जा करने के आरोप लगाए थे। उन्हीं आरोपियों पर अब प्रदीप की मां की मौत के मामले में भी एफआईआर दर्ज हुई है।