
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का शनिवार को विधिवत शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून के ट्रांजिट कैंप से तीर्थयात्रियों की बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि “चारधाम यात्रा प्रारंभ हो चुकी है, और बदरीनाथ धाम के कपाट कल विधिवत रूप से खोले जाएंगे।” उन्होंने बताया कि यात्रा को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा, “चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु अपने यात्रा बजट का 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों की खरीद पर खर्च करें, जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री ने भी आग्रह किया है।”
कार्यक्रम के दौरान तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को गढ़वाल की पारंपरिक थाली गढ़भोज परोसी गई, जिसमें खासतौर पर भड्डू की दाल और भात शामिल थे। स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन न सिर्फ तीर्थयात्रियों के लिए नया अनुभव रहे, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक झलक भी प्रस्तुत करते हैं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने भी ट्रांजिट कैंप पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। हर चरण पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया है।
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आस्था और पर्यटन का केंद्र है। सरकार की ओर से की गई तैयारियों और व्यवस्थाओं को देखकर यह स्पष्ट है कि इस वर्ष यात्रा अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित रहने वाली है। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान स्थानीय संस्कृति और पर्यावरण का सम्मान बनाए रखने की भी अपील की।