लालकुआं में विधवा महिला से दुष्कर्म और उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगने के बाद से फरार चल रहा मुकेश बोरा गिरफ्तार हो गया है। मुकेश बोरा पुलिस ने आखिरकार 25 दिन बाद उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार किया है।
रेप का आरोपी मुकेश बोरा अरेस्ट
एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीम में लगी हुई थी। टीमें उसके छिपे होने के संभावित ठिकानों उत्तर प्रदेश के बरेली, फरीदाबाद, दिल्ली के अलावा अन्य जगहों पर लगातार छापामारी कर रही थी। सर्विलांस के आधार पर पता चला कि मुकेश बोरा सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका लगाने के लिए उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक वकील से संपर्क कर रहा है।
इस सूचना के बाद पुलिस ने छापामारी की। पुलिस ने मुकेश बोरा को छापामारी कर रामपुर के चाकू मोहल्ले से गिरफ्तार किया है। वहीं इस पूरे मामले में मुकेश बोरा को भगाने में और फाइनेंशियल मदद करने वाले चार लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि पूरे मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि नैनीताल दुग्ध उत्पादक सरकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर एक महिला ने तीन साल से शारीरिक शोषण करने और अपने बेटी के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। इस मामले में लालकुआं कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। मुकेश बोरा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा था। बोरा ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक संबंधी याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया था। पुलिस मुकेश बोरा के घर की कुर्की भी कर चुकी है। मुकेश बोरा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील से संपर्क कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है।