आमडाली के पास बस गहरी खाई में गिरने के बाद घायलों के लिए भीमताल के लोग देवदूत बनकर पहुंचे। उन्हें गहरी खाई से निकालने में अपनी सारी तिकड़म लगाईं। रस्सी छोटी पड़ी तो एक-दूसरे का हाथ थाम चेन बनाते हुए घायलों को सड़क तक ले गए।
150 फुट खाई में गिरने के बाद बस में सवार चीखपुकार मच गई। बस के गिरते ही स्थानीय लोग और बाद में भीमताल पुलिस वहां पहुंच गई। स्ट्रेचर नहीं मिल पाने से घायल एक घंटे तक खाई में ही पड़े रहे। तब लोगों ने रस्सी का इंतजाम किया, मगर खाई गहरी होने के कारण वह भी छोटी पड़ गई। ऐसे में मफलर और शॉल भी बांधी, मगर मंजिल तक पहुंचना तब भी संभव नहीं हो पाया। तब स्थानीय लोगों ने घायलों को बचाने के लिए आपस में ही हाथ पकड़कर एक चेन बनाते हुए उन्हें खाई से बाहर निकाला। इस दौरान इनमें से कुछ मददगार खुद भी गिरकर चोटिल हुए।वे लुढ़कते रहे, मगर उन्हें चिंता थी सामने पड़े जख्मी और चीखते-चिल्लाते लोगों को बचाने की। भीमताल थानाध्यक्ष विमल मिश्रा ने भी अपनी टीम के साथ इस काम में एकजुटता दिखाई। दो घंटे के रेस्क्यू में कड़ी मशक्कत से घायलों को बाहर निकाला और भीमताल सीएचसी पहुंचाया।
घायलों के लिए पानी की व्यवस्था भी स्थानीय लोगों की ओर से की गई। घायलों के परिजनों ने भी स्थानीय लोगों का आभार जताया। घायलों को बचाने वालों में मनोज भट्ट, शरद पांडे, विनीत जोशी, मोहित पडियार, अरुण कांडपाल, रवि कुमार, जीवन आर्य, गौतम मटियाली, नीरज रैकुनी, त्रिलोक बोहरा, अक्षय कुमार, कमल देवका, पूरन जोशी, दिनेश सांगूड़ी, कुंदन चिलवाल, पंकज जोशी आदि शामिल रहे।
सीएम ने स्थानीय लोगों के प्रयासों को सराहा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बस हादसे के बाद स्थानीय लोगों की ओर से चलाए गए रेस्क्यू अभियान और पुलिस-प्रशासन को दिए सहयोग की सराहना की है। सीएम धामी ने एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट किया कि भीमताल में हुई सड़क दुर्घटना के मुश्किल समय में पुलिस और एसडीआरएफ की मदद के लिए स्थानीय नागरिकों का साथ आना यह दर्शाता है कि मुसीबत के समय में प्रदेश के लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं। सीएम ने लिखा है कि आप सभी स्थानीय लोगों का हृदय से आभार। आप सभी की सहायता से समय पर सभी काे रेस्क्यू किया जा सका।