उत्तराखंड में रविवार को मौसम ने करवट बदल ली। चारधाम समेत प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी जिलों में बारिश और हवाओं ने एकदम से पारा गिरा दिया, जिससे ठंड में काफी इजाफा हो गया।
चारों धामों समेत हर्षित घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। पहाड़ों में बर्फबारी होने से जहां पर्यटकों का इंतजार खत्म हुआ, वहीं काश्तकारों के साथ ही स्थानीय कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए। उधर, देहरादून समेत कई जिलों में देर शाम बारिश ने ठिठुरन बढ़ा दी।
अचानक बदले मौसम के मिजाज के साथ ही गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। वहीं, जिला मुख्यालय सहित आसपास क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रो में बारिश के कारण तापमान गिरने से ठंड बढ़ गई है।
मसूरी में तापमान गिरकर 8 डिग्री तक पहुंचा
पहाड़ों की रानी मसूरी में रविवार को सुबह चटक धूप के साथ दिन की शुरुआत हुई, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और शहर में ठंडी हवा के साथ घने बादल छा गए। इससे शहर में कड़ाके की ठंड हो गई, तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शहर में साढ़े चार बजे अधिकतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया।
बर्फबारी का बेसब्री से था इंतजार
सीमांत जनपद में इस साल बारिश और बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। अमूमन यहां नवंबर माह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, बल्कि इसकी जगह केवल सूखी ठंड पड़ने से बच्चे और बड़े सभी सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की चपेट में भी आ रहे थे।
प्राकृतिक झरने भी बर्फ बन गए
वहीं, काश्तकार भी सेब सहित अन्य फसलों के उत्पादन को लेकर चिंता जताने लगे थे। लेकिन रविवार दोपहर बाद अचानक बदले मौसम के साथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। उधर, यमुनोत्री धाम में भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। यहां सर्दी के कारण गरूड़ गंगा का पानी भी जम जा रहा है। वहीं, प्राकृतिक झरने भी बर्फ बन गए हैं।
सीजन की पहली बर्फबारी
चकराता सहित क्षेत्र की ऊंची चोटियों पर भी इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में चार साल बाद बर्फ पड़ी है। बर्फबारी की शुरूआत से व्यापारी व किसानों के मुरझाए चेहरों पर रौनक आ गई है। मौसम विभाग का रविवार को दिया गया बर्फबारी का पूर्वानुमान सही साबित हुआ।
देर शाम को बर्फबारी शुरू हो गई
केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को दोपहर बाद मौसम बदला और देर शाम को बर्फबारी शुरू हो गई। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य में जुटे सेवानिवृत्त कैप्टन सोवन सिंह बिष्ट ने बताया कि धाम में अधिकतम तापमान माइनस 8 और न्यूनतम माइनस 11 डिग्री सेल्सियस चल रहा है।
अगले दो दिन बारिश-बर्फबारी का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों ने ऊंचाई वाले इलाकों में आठ और नौ दिसंबर को हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार जताए हैं। इसके चलते प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक तापमान गिरने से ठिठुरन और भी बढ़ सकती है।