नैनीताल नगर के आसपास के जंगलों में पक्षियों का अद्भुत संसार है। यहां पहली बार ब्रॉडबिल और गोल्डन ओरिओल पक्षी और दुनिया के सबसे छोटे बाज में शुमार कॉलर्ड फॉल्कोनेट को भी देखा गया है। नई-नई चिड़ियाओं के दिखने के बाद बर्ड वॉचरों का नैनीताल जिले के सूर्यागांव, डोलमार और ज्यूली की ओर रुझान बढ़ रहा है।
कॉलर्ड फाल्कोनेट दुनिया का सबसे छोटा बाज होता है। आमतौर पर यह जंगलों के किनारे या जंगलों के बीच बड़े पेड़, नदी और धाराओं के पास रहना पसंद करता है। यह तितली, मौक, ड्रैगन फ्लाई और अन्य छोटे कीटों को खाता है। नैनीताल में यह बहुत कम देखा जाता है।
जंगलों या दलदल के किनारे रहना पसंद करती ब्रॉडबिल पक्षी
ब्रॉडबिल पक्षी बहुत खूबसूरत और मोटे होते हैं और इनकी लंबाई 12.5 से 28 सेंटीमीटर (5 से 11 इंच) होती है। इनकी चोंच छोटी और चौड़ी होती है। ब्रॉडबिल पक्षी जंगलों या दलदल के किनारे रहना पसंद करती है। यह सीटी की तरह आवाज निकालती है। रहने के लिए नाशपाती के आकार के लटकते हुए घोंसले बनाती हैं।
ज्यादातर ब्रॉडबिल पक्षी मलयेशिया में रहते हैं लेकिन कुछ भारत और फिलीपींस में भी देखे जाते हैं। एशियाई ब्रॉडबिल पक्षी मुख्य रूप से हरे या नीले और अफ्रीकी ब्रॉडबिल पक्षी भूरे रंग के होते हैं। वहीं, गोल्डन ओरिओल चिड़िया की लंबाई चार से पांच से सात इंच होती है। इसे पहली बार यहां ट्रैप किया गया है। इसे लेकर पक्षी प्रेमी काफी उत्साहित हैं।
गोल्डन ओरिओल चिड़िया को पहली बार ट्रैप किया गया
पिछले 14 सालों से बर्ड वॉचिंग कर रहा हूं। गोल्डन ओरिओल चिड़िया को पहली बार ट्रैप किया गया है। इसके अलावा ब्रॉडविल और कॉलर्ड फाल्कोनेट को भी देखा गया है जो बेहद सुखद है। – विकास किरोला, बर्ड वॉचर और पर्यावरण प्रेमी, नैनीताल
नैनीताल जिले में कई पक्षी पाए जाते हैं। पक्षियों को नैनीताल जिले का तापमान काफी पसंद आता है। बर्ड वॉचिंग को लेकर बर्ड वॉचरों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। -चंद्रशेखर जोशी डीएफओ, नैनीताल