प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पहली बार सौर कौथिगका आयोजन किया गया, सीएम धामी ने सौर कौथिग का शुभारंभ किया, सीएम धामी ने सोलर वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, 100 दिन तक पहाड़ के कोने-कोने तक वैन पहुंचेगी, जो लोगों को सौर ऊर्जा परियोजना व इसमें मिलने वाली सब्सिडी की जानकारी देगी, मेले में देश-प्रदेश के करीब 50 सोलर प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनियों ने स्टॉल लगाए है, सौर कौथिग में उपभोक्ता सभी जानकारियां ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर समृद्ध उत्तराखंड अभियान के अंतर्गत ये मेला अपने आप में विशिष्ट पहल है, अधिकाधिक घरों तक सरकार की योजनाओं की जानकारी पहुंचा रहे है, जीवाश्म आधारित ईंधन के स्रोत सीमित हैं जिससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है लेकिन सौर ऊर्जा का स्रोत असीमित है, आज पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश मे 100 गीगावाट ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया है।
हमने प्रदेश में नई सौर ऊर्जा नीति बनाई है- सीएम
- 100 करोड़ की लागत से राज्य के सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्रोजेक्ट लगा रहे हैं।
- रूफटॉप सोलर पर 70% की सब्सिडी दी जा रही है।
- घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ताओं को 30 से 50% का अनुदान सोलर वाटर हीटर पर दिया जा रहा है।
- 2026 तक 250 मेगावाट की क्षमता वाले सोलर प्लांट की स्थापना का लक्ष्य रखा है।
- हमने आवासीय प्रोजेक्ट के लिए 350 नए वेंडर को सूचीबद्ध किया है।
- सौर ऊर्जा के लक्ष्य हमारे लिए बड़ा गेम चेंजर साबित होगा।
वहीं, सीएम धामी ने पीएम सूर्यघर योजना के लाभार्थियों को स्टेट की सब्सिडी 51,000 रुपये दिए, सोलर वाटर हीटर योजना के लाभार्थियों को भी 17,000 का अनुदान दिया गया।
सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व राज्य के स्तर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, हाल ही में पीएम सूर्यघर योजना शुरू हुई थी, अपने घर के ऊपर खुद बिजली पैदा करो और यूज करो।
उत्तराखंड में अब तक 28,000 आवेदन आ चुके हैं, 11,000 संयंत्र लग चुके हैं। 37 मेगावाट उत्पादन शुरू हो चुका है वहीं, 2027 तक 2000 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य है साथ में उद्योगों को भी नेट मीटर की सुविधा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में पहले तीन मेगावाट तक की योजना लग पाई, इस नीति में बदलाव के बाद 67 मेगावाट के प्रोजेक्ट लग चुके, 200 मेगावाट के आवेदन आए हैं, उत्तराखंड में सूर्य भगवान की असीम कृपा है, इसका हमें भरपूर उपयोग करना चाहिए।