डाक विभाग की ओर से उत्तराखंड के लिए ब्रांच पोस्ट मास्टर (बीपीएस) और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर (एबीपीएम) के 1238 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। इसके लिए देश भर से युवाओं ने आवेदन किया था और इसमें चयनित होने वाले अभ्यर्थी अधिकतर हरियाणा, पंजाब समेत दूसरे राज्यों के हैं। जबकि उत्तराखंड के सिर्फ दस फीसदी युवा ही भर्ती में सफल हो सके।
उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों में दूसरे राज्यों के युवा अपनी सेवाएं देना नहीं चाहते। चयनित होने के बाद भी 400 से अधिक डाक सेवकों ने यहां काम करने से इन्कार कर दिया। ऐसे में प्रदेश भर के डाकघरों में यह पद अगली भर्ती होने तक खाली रह सकते हैं। उधर, डाक विभाग प्रदेश भर में 31 नए डाकघर बनाने की तैयारी कर रहा है।
कर्मचारियों की कमी के चलते उत्तराखंड के डाकघरों में बने आधार सेंटरों में लोगों को सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। 201 आधार सेंटरों में से सिर्फ 50 सेंटरों पर ही काम हो रहा है। जबकि 50 प्रतिशत आधार सेंटरों में आधार से जुड़ा कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। उधर, विश्व डाक सप्ताह को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग बंद पड़े आधार सेंटरों को भी लोगों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा है।