हरीश रावत ने कहा कि आज हरिद्वार के व्यापारी अपनी सुरक्षा को लेकर धरने पर हैं। 11 को मैं भी पदयात्रा करूँगा। हरिद्वार में लुटेरों की हिम्मत देखिये कि वो नकाब पहनकर भी नहीं आए। गौकशी के मामले में ही नहीं इस डकैती में भी सत्ता पक्ष सवालों के घेरे में है।
हरीश रावत ने राज्य और देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाए जाने की भी बात कही। कहा कि सीमावर्ती इलाके में सत्तारूढ़ दल से जुड़े व्यक्ति को बचाने की कोशिश हो रही है। बनबसा नेपाल सीमा पर एक विधायक का भाई 40 जिंदा कारतूस के साथ पकड़ने के मामले को राज्यपाल तक ले जाएंगे। ये साधारण कारतूस नहीं है। ये विस्फोटक कारतूस है।
कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की टिप्पणी पर हरीश रावत ने कहा कि मैंने हमेशा कहा कि जितने प्रिय निर्णय हैं, वह सामूहिक हैं। जो अप्रिय निर्णय हैं वो केवल मेरे हैं। उन्होंने अंग्रेजी कहावत ‘कैट आउट ऑफ द बैग’ के जरिए निशाना साधा। कहा कि जब जब भाजपा कमजोर होती है। तब तब मजार मजार करती है।