
उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने से मची तबाही ने पूरे हिमालयी क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। राहत और बचाव का काम जारी है और आज इस आपदा के चौथे दिन भी फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रशासन, सेना और आपदा नियंत्रण दल लगातार जुटे हैं। अब तक 657 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। वायु सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए भारी मशीनरी और राहत सामग्री भी प्रभावित इलाकों में पहुंचाई जा रही है, ताकि बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके।
इस बीच राहत अभियान के दौरान एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने वहां मौजूद सभी लोगों के दिलों को छू लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब धराली के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे थे, तब अहमदाबाद के ईशनपुर की रहने वाली धनगौरी नाम की एक महिला ने अपनी साड़ी का किनारा फाड़कर राखी के रूप में मुख्यमंत्री की कलाई पर बांध दिया। इस भावुक क्षण में उनके आंसू उनके दर्द और कृतज्ञता दोनों को बयां कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह राखी उनके विश्वास, भरोसे और रक्षा की कामना का प्रतीक है। इस छोटे से Gesture ने वहां मौजूद हर व्यक्ति को भावुक कर दिया।
धामी ने इस कृतज्ञता पर महिला को धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार और प्रशासन इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित परिवारों की पुनर्निर्माण प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी और हर एक पीड़ित को न्याय मिलेगा।
धराली के साथ ही आसपास के इलाकों में भी बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। बारिश का कुछ राहत भरा दौर मिला है, लेकिन मौसम विभाग ने आगे भी भारी बारिश की संभावना जताई है, इसलिए बचाव दल सतर्क हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे आपदा क्षेत्र में अनावश्यक रूप से जाने से बचें ताकि राहत कार्य में कोई बाधा न आए। स्थानीय लोग भी प्रशासन के साथ मिलकर मदद में जुटे हैं।
धराली आपदा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना कितना आवश्यक है। इस विपदा के बीच मानवता और एकजुटता की अनमोल झलक सामने आई है, जो उम्मीद जगाती है कि संकट के बाद भी इस खूबसूरत देवभूमि की पुनर्निर्माण की राह आसान होगी।