
भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए जा रहे कड़े कदमों के मद्देनज़र उत्तराखंड सरकार ने भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चौकसी बढ़ा दी है। सचिवालय में हुई उच्चस्तरीय बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को सभी संभावित आपात परिस्थितियों के लिए पूर्ण रूप से तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने और वहां तैनात प्रशासनिक इकाइयों को चौकस रखने पर बल दिया गया।
राज्य के सभी अस्पतालों में पर्याप्त जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल उपकरण और अन्य आवश्यक चिकित्सा संसाधन सुनिश्चित करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल उपचार की सुविधा उपलब्ध हो।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को निर्देशित किया गया है कि राज्यभर में आवश्यक खाद्य सामग्री, राशन और पेयजल की निर्बाध आपूर्ति बनी रहे। किसी प्रकार की कमी न हो, इसके लिए विशेष निगरानी तंत्र सक्रिय किया गया है। वहीं राहत और बचाव दलों को भी पूरी तरह तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत कार्य शुरू किए जा सकें।
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि अफवाहों से बचना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए सूचना विभाग को निर्देशित किया गया है कि वह जनता तक सही, सटीक और समय पर जानकारी पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाए। सोशल मीडिया सहित अन्य संचार माध्यमों पर नजर रखने और भ्रामक सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए विशेष निगरानी टीम गठित की जा रही है।