पिथौरागढ़ : बेरीनाग तहसील के दड़मेत कमदीना गांव में एक विवाहिता महिला सुनीता देवी के अपहरण और हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। विवेचना के दौरान यह सामने आया कि महिला को शादी करने के बहाने बहला-फुसलाकर बागेश्वर जिला निवासी विजय प्रसाद ने अपहरण किया था। घटना से नाराज विजय प्रसाद के स्वजनों ने आपराधिक षड़यंत्र कर सुनीता देवी को रामगंगा नदी में फेंक कर हत्या कर दी।
मामले का संक्षिप्त विवरण
-
16 सितंबर को दड़मेत कमदीना निवासी बहादुर राम ने अपनी बहू सुनीता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
-
प्रारंभिक रिपोर्ट पटवारी क्षेत्र कालसिला में दर्ज की गई थी।
-
एक माह बाद 16 अक्टूबर को प्रकरण की विवेचना नियमित पुलिस को हस्तांतरित हुई।

विवेचना में हुए खुलासे
-
जांच के दौरान पता चला कि विजय प्रसाद ने सुनीता देवी को बहला-फुसलाकर शादी करने के बहाने अपहृत किया।
-
इससे नाराज होकर विजय प्रसाद के पिता रमेश राम, भाई हरीश राम और अन्य संबंधियों ने मिलकर हत्या की साजिश रची और महिला को रामगंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
-
एसएचओ बेरीनाग नरेश कुमार गंगवार के नेतृत्व में पुलिस ने मामले में धारा 87/140(1)/3(5) बीएनएस के तहत विजय प्रसाद, रमेश राम, हरीश राम और बलवंत राम को गिरफ्तार किया।
-
आरोपितों की निशानदेही पर रामगंगा नदी से सुनीता देवी का बैग, फोटो, एक स्वेटर और दुपट्टा बरामद किया गया।
-
हालांकि, महिला का शव अभी तक नहीं मिला है।
-
गिरफ्तार आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
पुलिस टीम – गिरफ्तारी में शामिल अधिकारी: एसएसआई हरीश सिंह कोरंगा, एसआई पूजा मेहरा, एएसआई भुवन चन्द्र पाण्डेय, कांस्टेबल गोपाल पाण्डेय और राजकुमार।
