
उत्तराखंड की पत्रकारिता जगत को आज बड़ा झटका लगा है। अमर उजाला के स्टेट ब्यूरो चीफ और वरिष्ठ पत्रकार राकेश खंडूड़ी का गुरुवार सुबह एम्स ऋषिकेश में आकस्मिक निधन हो गया। वह कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और हाल ही में बायपास सर्जरी के लिए एम्स में भर्ती किए गए थे। सर्जरी के एक दिन बाद ही अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
वरिष्ठ पत्रकार राकेश खंडूड़ी लंबे समय से उत्तराखंड की राजनीति, समाज और विकास से जुड़ी गहन रिपोर्टिंग के लिए पहचाने जाते थे। उनकी लेखनी ने हमेशा जनसरोकारों और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी। मीडिया जगत में उनकी एक अलग पहचान थी और उन्हें निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारों में गिना जाता था।
उनके निधन की खबर फैलते ही पत्रकारिता जगत, राजनीतिक हलकों और सामाजिक संगठनों में शोक की लहर दौड़ गई। विभिन्न संगठनों और पत्रकार साथियों ने उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उनका जाना उत्तराखंड पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। सीएम धामी स्वयं उनके घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने कहा कि राकेश खंडूड़ी न केवल एक उत्कृष्ट पत्रकार थे बल्कि एक सजग नागरिक भी थे, जिन्होंने हमेशा समाज के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। उनके निधन से राज्य ने एक बेबाक और प्रतिबद्ध पत्रकार खो दिया है। पत्रकार साथियों ने बताया कि राकेश खंडूड़ी हमेशा नई पीढ़ी को मार्गदर्शन देते रहे। वे युवा पत्रकारों को न केवल पत्रकारिता की बारीकियां समझाते थे बल्कि उन्हें नैतिकता और जिम्मेदारी का पाठ भी पढ़ाते थे। उनके निधन से पत्रकारिता जगत में एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना आसान नहीं होगा।