उत्तराखंड में शनिवार को छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्रों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। प्रदेश भर के शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों में मतदान संपन्न होने के बाद तीन बजे से मतगणना शुरू हुई और परिणाम धीरे-धीरे आने लगे। राजधानी देहरादून के कॉलेजों में माहौल खासा गर्म रहा।
महिला कॉलेज एमकेपी पीजी कॉलेज में इस बार एनएसयूआई ने सभी पदों पर कब्जा जमाया। अध्यक्ष पद की उम्मीदवार बिपाशा ने एबीवीपी की शिवानी रावत को हराते हुए जीत हासिल की। बिपाशा को 181 मत जबकि शिवानी रावत को 140 मत मिले। सभी पदों पर जीत दर्ज कर एनएसयूआई ने कॉलेज में परचम फहराया। नतीजों के बाद कॉलेज परिसर और बाहर एनएसयूआई समर्थकों ने जश्न मनाया, हालांकि इस दौरान बाहर हंगामे की स्थिति भी बनी, जिसे मौके पर मौजूद पुलिस बल ने नियंत्रित किया।
वहीं, उत्तराखंड के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी पीजी कॉलेज में इस बार छात्रसंघ चुनाव बेहद दिलचस्प रहा। अध्यक्ष पद पर मुकाबला त्रिकोणीय जरूर था, लेकिन मुख्य रूप से एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच सीधी टक्कर देखी गई। यहां 9 हजार से ज्यादा छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतगणना के दौरान माहौल उस समय बिगड़ गया जब एक प्रत्याशी के समर्थकों ने आपत्ति दर्ज कर विरोध जताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप खुद मतगणना स्थल पर पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए।
दूसरी ओर डीबीएस पीजी कॉलेज में भी मतगणना जारी रही, जहां छह पदों पर 32 प्रत्याशी मैदान में थे। जबकि ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा कैंपस में मतदान शांतिपूर्ण रहा। यहां विभिन्न छात्र संगठनों के प्रत्याशी मतदान केंद्रों के बाहर खड़े होकर छात्रों से पक्ष में वोट देने की अपील करते नजर आए।
कुल मिलाकर छात्रसंघ चुनाव परिणामों ने जहां एमकेपी में एनएसयूआई का दबदबा स्थापित कर दिया, वहीं डीएवी कॉलेज में मतगणना को लेकर तनाव और हंगामे ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया। प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाएं पूरे दिन अलर्ट मोड पर रहीं।
