खटीमा(samvaad365): उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला चंपावत जिले के बाराकोट इलाके से सामने आया है। मंगलवार सुबह ग्राम सभा चुयरानी के धरगड़ा तोक में गुलदार ने 45 वर्षीय देव सिंह अधिकारी पर हमला कर दिया। हमले में देव सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना पिछले एक महीने में इलाके में गुलदार के हमले से हुई दूसरी मौत है।
स्थानीय लोग गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मारने की मांग कर रहे हैं। मृतक देव सिंह अधिकारी जल संस्थान में पीटीसी पद पर कार्यरत थे और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके घर में पत्नी और दो बेटे (9 व 10 वर्ष) हैं। घटना के बाद मृतक के घर शोक का माहौल है।
वन विभाग की टीम काली कुमाऊं रेंज के वन दरोगा प्रकाश गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई की। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने भी मृतक के घर जाकर शोक व्यक्त किया और वन विभाग को गुलदार को पकड़ने के निर्देश दिए। वन विभाग ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए जगह-जगह पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे, साथ ही ड्रोन कैमरों की मदद भी ली जाएगी।
एसडीओ वन सुनील कुमार ने लोगों से सावधानी बरतने और अकेले घूमने से बचने की अपील की। प्रशासन ने मृतक के परिवार को वन अधिनियम के अनुसार राहत राशि देने की भी घोषणा की। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से गुलदार को आदमखोर घोषित कर तुरंत पकड़ने या नष्ट करने की मांग की है।
स्थानीय लोग दहशत में हैं और सुरक्षा को लेकर प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।

