
उत्तराखंड में एक बार फिर से मौसम ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल, चंपावत और ऊधम सिंह नगर समेत कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं चमोली, चंपावत, नैनीताल समेत पांच जिलों में आज स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इन जिलों में दिनभर रुक-रुककर तेज बारिश के दौर देखने को मिल सकते हैं। बारिश की वजह से तापमान सामान्य से नीचे आ गया है। आने वाले दिनों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने शेष जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है और सतर्क रहने की अपील की है।
भारी बारिश के चलते प्रदेश में सड़क यातायात पर भी बड़ा असर पड़ा है। लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 486 सड़कें मलबा आने से बंद हो चुकी हैं। इनमें आठ राष्ट्रीय राजमार्ग, 35 राज्य मार्ग, 21 मुख्य जिला मार्ग, आठ अन्य जिला मार्ग और 127 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं। जिलावार स्थिति देखें तो पौड़ी में 67, टिहरी में 34, चमोली में 59, रुद्रप्रयाग में 51, उत्तरकाशी में 63, देहरादून में 35, हरिद्वार में नौ, पिथौरागढ़ में 48, चंपावत में 12, अल्मोड़ा में 63, बागेश्वर में 15, नैनीताल में 28 और ऊधमसिंह नगर में दो सड़कें बाधित हैं।
लगातार बंद हो रही सड़कों से न केवल आमजन की आवाजाही बाधित हो रही है बल्कि कई क्षेत्रों में आपूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जरूरी सामान और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हालात पर नजर बनाए रखी है। मंगलवार को सीएम धामी लक्सर (रुड़की) के आपदा प्रभावित इलाकों में पहुंचे और ट्रैक्टर पर बैठकर व राफ्ट से जलमग्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने भी अलर्ट जारी करते हुए नदियों और नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाओं की संभावना और बढ़ सकती है। प्रदेश में हालात को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है। साथ ही, स्कूलों की छुट्टी से बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। फिलहाल मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।