मसूरी गोलीकांड की बरसी पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों को शहीद स्थल झूला घर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीदों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि मसूरी, खटीमा और रामपुर की घटना उत्तराखंड के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज है। अलग राज्य की मांग के लिए मसूरी में छह राज्य आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान दिया था।
इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और मसूरी विधायक कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की इससे पहले शहीद स्थल पर सर्व धर्म सभा का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के शहीदों के सपनों के अनुरूप उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
वहीं इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि अलग राज्य निर्माण के लिए प्रदेश की जनता ने बड़ा संघर्ष किया है। मातृ शक्ति ने सबसे बड़ा योगदान दिया। शाहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते है कहा कि आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने का बड़ा काम किया है। आंदोलनकरियों के सपनों का राज्य बनाने के लिए सब मिलकर काम करेंगे।