उत्तराखंड में एलयूसीसी चिटफंड घोटाले की जांच जल्द ही CBI करेगी। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद एजेंसी ने अपने स्थानीय कार्यालय में जरूरी प्रक्रियाएं शुरू कर दी हैं। अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही CBI पुलिस से अब तक की जांच का पूरा ब्योरा और दस्तावेज मांगने के लिए पत्राचार करेगी।
एलयूसीसी घोटाला, जिसमें छोटी-छोटी रकम जोड़कर निवेश करने वाले लोगों को करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, राज्य में लंबे समय से चर्चा में था। इस प्रकरण में अब तक राज्य सीआईडी ने जांच की थी और कुल 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमे स्पेशल बड्स एक्ट कोर्ट में चल रहे हैं।
इस घोटाले के कारण राज्य में कुल नौ अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। एलयूसीसी कंपनी ने मासिक बचत करने वाले लोगों की रकम का दुरुपयोग किया और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुँचाया। अब सीबीआई की जांच शुरू होने से पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होगी। एजेंसी सभी आवश्यक दस्तावेजों और रिकॉर्ड की समीक्षा करेगी और आरोपियों की भूमिका का पूरा पता लगाएगी। इससे राज्य में बड़े पैमाने पर हुए वित्तीय गड़बड़ी की जानकारी भी सामने आएगी।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई की यह कार्रवाई राज्य में कानूनी प्रक्रिया की गंभीरता और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम की मिसाल मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले में समय पर जांच और उचित कार्रवाई से भविष्य में ऐसे घोटालों को रोकने में मदद मिलेगी।
राज्य में पीड़ित निवेशक अब पूरी निगाह से इस जांच की ओर देख रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि CBI जल्द ही अपने निष्कर्ष पेश करेगी और न्यायिक प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी होगी।
