
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड में प्रदेश अध्यक्ष पद पर चयन की घोषणा कर दी है। एक जुलाई को प्रदेश भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। चुनाव की प्रक्रिया 29 जून से शुरू होने की संभावना है। पार्टी राष्ट्रीय परिषद के लिए आठ सदस्यों का भी चुनाव करेगी। उत्तराखंड में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा को चुनाव अधिकारी बनाया है।
भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी खजानदास के मुताबिक, 29 जून को प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पद के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है। ऐसा हुआ तो उसी दिन चुनाव में प्रतिभाग करने वाले मतदाताओं के नामों की सूची भी प्रदेश पार्टी कार्यालय में चस्पा हो जाएगी। फिर 30 जून को नामांकन की प्रक्रिया होगी और एक जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। इसका विधिवत रूप से कार्यक्रम जल्द जारी होगा। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में बूथ, मंडल और जिलाध्यक्षों का चयन प्रक्रिया संपन्न हो गई है।
प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई दावेदार
भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अभी रहस्य बना हुआ है। हालांकि पार्टी के भीतर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को दोबारा जिम्मेदारी दिए जाने की भी चर्चाएं भी तैर रही हैं। इसके पीछे की वजह अब तक हुए चुनाव में पार्टी की कामयाबी, पार्टी के सभी बड़े नेताओं में उनकी स्वीकार्यता और मुख्यमंत्री धामी से उनका समन्वय बताई जा रही है।
चौंका भी सकता है केंद्रीय नेतृत्व
चूंकि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब तक चौंकाने वाले फैसले ही लेता रहा है, इसलिए पार्टी के भीतर जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से कुछ और नाम भी चर्चाओं में हैं। माना जा रहा है कि संगठन की कमान गढ़वाल क्षेत्र के ब्राह्मण चेहरे के हाथों में सौंपी जा सकती है।
भाजपा के गलियारों में तैर रहे ये नाम
इस हिसाब से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जो नाम संगठन में गूंज रहे हैं उनमें प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, दर्जाधारी ज्योति प्रसाद गैरोला, वरिष्ठ विधायक विनोद चमोली, विधायक बृजभूषण गैरोला के नामों की चर्चा है। पार्टी में यदि महिला को कमान सौंपने का प्रयोग हुआ तो महिला चेहरे के तौर पर केदारनाथ की विधायक आशा नौटियालव महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत भारद्वाज के नाम प्रमुख हैं।