देवप्रयाग: उत्तराखंड के देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के विद्यालयों के मेधावी छात्रों के लिए आयोजित ‘भारत दर्शन शैक्षणिक यात्रा-2025’ ने बच्चों को विज्ञान, तकनीक, संस्कृति और राष्ट्रनिर्माण के मूल्यों से परिचित कराने का एक अनोखा और महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया। इस वर्ष की इस शैक्षणिक यात्रा में लगभग 60 विद्यालयों के मेधावी छात्र शामिल हुए, जिन्होंने गुजरात और दिल्ली के प्रमुख शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्थलों का अध्ययनात्मक भ्रमण किया।

मुख्य स्थलों पर अध्ययनात्मक भ्रमण
छात्रों ने यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी स्थलों का दौरा किया। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं….

आईआईटी अहमदाबाद – आधुनिक विज्ञान और तकनीक में नवाचार के क्षेत्र में बच्चों को व्यावहारिक और प्रेरक अनुभव प्रदान किया।

साइंस सिटी – विज्ञान के अद्भुत प्रयोग और तकनीकी नवाचार का प्रत्यक्ष अनुभव।

अमूल डेयरी प्लांट – सहकारी क्षेत्र और डेयरी उद्योग की कार्यप्रणाली से छात्र परिचित हुए।

साबरमती आश्रम – महात्मा गांधी के जीवन, सत्याग्रह और राष्ट्रनिर्माण के मूल्यों की समझ।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी – राष्ट्रनिर्माण में नेतृत्व और दृढ़ संकल्प का संदेश।
श्री हंसलोक आश्रम, दिल्ली और कॉन्स्टिट्यूशन क्लब – सांस्कृतिक, शैक्षणिक और संवैधानिक ज्ञान का समेकित अनुभव।

ज्ञान, नेतृत्व और आत्मविश्वास का विकास
इस प्रेरक शैक्षणिक यात्रा ने बच्चों को केवल ज्ञान ही नहीं दिया, बल्कि उनके नेतृत्व कौशल, दृष्टिकोण और आत्मविश्वास को भी मजबूती प्रदान की। छात्रों ने यात्रा के दौरान अनेक प्रेरणादायी संवाद, अनुभव और सीख हासिल की, जिससे उनके व्यक्तित्व और सामाजिक दृष्टिकोण का समग्र विकास हुआ।

द हंस फाउंडेशन का आशीर्वाद
दिल्ली प्रवास के दौरान छात्रों को ‘द हंस फाउंडेशन’ के मार्गदर्शन और प्रेरणा स्रोत परम पूज्य भोले जी महाराज तथा पूज्य माता मंगलाजी का आशीर्वाद और स्नेह मिला। माता मंगलाजी के शिक्षा क्षेत्र में योगदान और उनके करुणामय संरक्षण ने इस यात्रा को अत्यंत सार्थक और यादगार बनाया। उनके आशीर्वाद से छात्र अपने जीवन में ज्ञान, संस्कार और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में प्रेरित हुए।

विद्यार्थियों के जीवन में अमूल्य योगदान
‘भारत दर्शन शैक्षणिक यात्रा-2025’ ने छात्रों के लिए ज्ञान, संस्कृति, विज्ञान और राष्ट्रनिर्माण के मूल्यों को आत्मसात करने का अवसर उपलब्ध कराया। यह यात्रा न केवल उनके शैक्षणिक विकास के लिए लाभकारी रही, बल्कि उनके व्यक्तित्व, सोच और जीवन दृष्टि में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम रही। छात्रों ने इस यात्रा के माध्यम से न केवल भारत की विविधताओं और सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव किया, बल्कि वैज्ञानिक सोच, तकनीकी नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों से भी रूबरू हुए। मुख्य आयोजकों का कहना है कि इस प्रकार की शैक्षणिक यात्राएँ छात्रों के भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इस यात्रा ने विद्यार्थियों के मन में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी विकसित की।
इस प्रकार, देवप्रयाग के मेधावी छात्रों के लिए ‘भारत दर्शन शैक्षणिक यात्रा-2025’ न केवल शैक्षणिक दृष्टि से लाभकारी रही, बल्कि उनके जीवन में एक अविस्मरणीय प्रेरणा और अनुभव का केंद्र भी साबित हुई।
