नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में देर रात एक बड़ा हादसा टल गया जब चाइना पीक घूमने गया 12वीं का छात्र जंगल में लापता हो गया। रुद्रपुर निवासी जयस कार्की अपने पांच दोस्तों के साथ नैनीताल आया था। सभी शाम के समय ट्रेकिंग के लिए दो समूहों में बंटकर निकले थे। चार दोस्त चाइना पीक की ओर गए, जबकि दो कैमल्स बैक पहाड़ी की तरफ चले।
दोस्तों के अनुसार, जयस कानों में ईयरफोन लगाकर गाने सुनते हुए उतर रहा था। आधे रास्ते के बाद वह अचानक गायब हो गया। शुरू में दोस्तों को लगा कि वह सीधे प्रवेश द्वार पर पहुंच गया होगा, लेकिन इंतजार और फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया। घबराए दोस्तों ने तुरंत नगर कोतवाली में सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस, वन विभाग और एसडीआरएफ की टीम सक्रिय हो गई। रातभर टॉर्च की रोशनी में घने जंगलों में खोजबीन की गई, लेकिन छात्र का कोई पता नहीं चल सका। नयना रेंज के वन क्षेत्राधिकारी ललित सिंह कार्की ने बताया कि कुल छह छात्र नैनीताल आए थे, चार सुरक्षित लौट आए, जबकि दो रास्ता भटक गए। भटके हुए दो छात्रों में से एक खुद वापस आ गया, लेकिन जयस गहरे जंगल की ओर चला गया।
रातभर युवक घने जंगल में फंसा रहा। इस दौरान वह खाई में गिर गया…जिससे उसके पैर में गंभीर चोटें आईं। पुलिस और परिजनों के माध्यम से उसे नैनीताल जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी चोट गंभीर है और उसे उच्च स्तरीय चिकित्सा के लिए रिफर किया जाएगा।
नैना रेंज के वन क्षेत्राधिकारी ललित सिंह कार्की ने बताया कि रात 3 बजे तक सर्च अभियान असफल रहा…लेकिन सुबह 5 बजे फिर से ऑपरेशन शुरू किया गया। वन विभाग, एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने तेज ढलानों और घने जंगल में खोज जारी रखी। आखिरकार करीब 11 बजे टीम जयस को सुरक्षित ढूंढने में सफल रही।
बचाव दल के अनुसार छात्र थका हुआ था…लेकिन खतरे से बाहर था। प्राथमिक उपचार के बाद परिवार को सूचना दी गई। प्रशासन ने ट्रेकिंग पर जाने वाले युवाओं को चेतावनी दी है कि बिना गाइड के समूह से अलग या ईयरफोन लगाकर पहाड़ी रास्तों पर न चलें।
