रुड़की में विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के विवाद के बाद पांच फरवरी को होने वाली महापंचायत स्थगित हो गई थी। बावजूद इसके पुलिस की रुड़की और देहात में सुरक्षा को लेकर कड़ी व्यवस्था रही। पुलिस ने सभी बॉर्डरों पर बैरिकेड लगाकर वाहनों की चेकिंग की। साथ ही ड्रोन से भी बाहर से आने वाले वाहनों की निगरानी की।
बता दें कि सोशल मीडिया पर विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक चैंपियन के बीच विवाद हुआ था। विवाद ने तूल पकड़ लिया था और उमेश कुमार लंढौरा स्थित चैंपियन के महल पर जा पहुंचे थे। इसके अगले दिन यानी 26 जनवरी को चैंपियन अपने समर्थकों के साथ रुड़की स्थित उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर पहुंचे थे।
कैंप कार्यालय पर उमेश के समर्थकों से मारपीट और फारिंग का आरोप भी चैंपियन पर है। जिसके बाद दोनों पक्षों में तनाव बन गया। पुलिस ने दोनों पक्षों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। जिसके बाद कोर्ट ने चैंपियन को जेल भेज दिया। जबकि उमेश को जमानत मिल गई थी।
तभी से दोनों पक्षों के समर्थकों ने सर्व समाज की बैठक का लान किया था। उमेश के समर्थकों ने लक्सर और खानपुर में पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसके बाद चैंपियन के समर्थकों ने पांच फरवरी को लंढौरा महल में महापंचायत का एलान किया था।
हालांकि, यह महापंचायत टल गई थी। इसके बाद भी सुरक्षा की दृष्टि से रुड़की, लक्सर, खानपुर, लंढौरा में बुधवार को पुलिस, पीएसी, पैरामिलिट्री फोर्स की चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा रहा। खासकर पुलिस का नारसन, बालावाली, खानपुर, लक्सर, भगवानपुर और झबरेड़ा क्षेत्र में बॉर्डरों पर कड़ा पहरा रहा।
पुलिस सुबह से ही बाहर से आने वाले वाहनों की सघन चेकिंग करती रही। इसके अलावा ड्रोन से भी वाहनों की निगरानी की गई। इस दौरान पुलिस ने संदिग्धों की गहनता से तलाशी ली।