यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में जांच तेज हो गई है। शनिवार को विशेष जांच दल (SIT) हरिद्वार जिले के सुल्तानपुर स्थित मुख्य आरोपी खालिद के घर पहुंची। टीम ने घर में जाकर बारीकी से जांच की और परिजनों से पूछताछ की। एसआईटी की यह कार्रवाई पेपर लीक नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने और पूरे प्रकरण की तह तक पहुंचने की कोशिश का हिस्सा मानी जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी अधिकारियों ने खालिद के घर से कुछ अहम दस्तावेजों की पड़ताल की। टीम यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर पेपर लीक की गतिविधियों में खालिद ने अपने घर का किस हद तक इस्तेमाल किया और किन-किन लोगों से उसका संपर्क था। परिजनों से भी सवाल-जवाब किए गए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आरोपी के नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
जांच अधिकारियों का मानना है कि पेपर लीक रैकेट अकेले खालिद का नहीं हो सकता, बल्कि इसमें कई लोगों की मिलीभगत है। ऐसे में एसआईटी खालिद के रिश्तेदारों और परिचितों तक की पड़ताल कर रही है। घर से मिले दस्तावेजों को भी जांच के लिए जब्त किया गया है।
गौरतलब है कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण ने प्रदेश की राजनीति और युवाओं के भविष्य पर गहरा असर डाला है। लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं और बेरोजगार युवा परेड ग्राउंड में धरना देकर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं हाईकोर्ट ने भी आयोग की लापरवाही पर सख्त टिप्पणी की है।
हरिद्वार में हुई एसआईटी की यह कार्रवाई इस पूरे मामले में एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है। जांच एजेंसी अब खालिद के संपर्कों और पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द इस प्रकरण की असल सच्चाई सामने लाई जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच प्रदेश सरकार लगातार दबाव में है। एक ओर जहां युवाओं का गुस्सा शांत नहीं हो रहा, वहीं न्यायपालिका की सख्ती से जांच एजेंसियों पर भी तेजी से कार्रवाई करने का दबाव है। अब देखना यह होगा कि SIT की जांच कब तक मुकम्मल होती है और इसमें कितने बड़े नाम सामने आते हैं।
