मानसून की बारिश ने एक बार फिर केदारनाथ यात्रा की राह रोक दी है, शनिवार को रुद्रप्रयाग जिले में रुक-रुक कर बारिश हुई, केदारनाथ हाईवे तो आवाजाही के लिए सुचारू रहा, लेकिन सोनप्रयाग में रास्ता बंद होने के कारण शनिवार सुबह यात्री धाम के लिए नहीं भेजे गए। दोपहर बाद मार्ग सुचारू किया और करीब 1500 यात्री केदारनाथ धाम के लिए रवाना किए गए।
पटरी पर लौटने लगी केदारनाथ यात्रा
वहीं केदारघाटी के यात्रा पड़ावों पर रौनक दिखने से लग रहा है कि केदारनाथ यात्रा पटरी पर लौटने लगी है। शुक्रवार को चार हजार से अधिक यात्री केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए। यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से व्यवसायी भी खासे उत्साहित दिख रहे है।
मौसम ठीक होने के बाद केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ने लगी है, केदार के दर्शन कर यात्री अभिभूत हो रहे हैं और अपने सुखद अनुभव साझा कर रहे हैं।
हालांकि अभी पैदल मार्ग पूर्व की भांति तैयार नहीं हो पाया, ऐसे यात्रियों को आवाजाही में कुछ दिक्कतें आ रही होंगी। शुक्रवार को चार हाजर से अधिक यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। यात्री बडे उत्साह एवं बाबा के जयकारों के साथ आगे बढ़ रहे है।
31 जुलाई को अतिवृष्टि के कारण प्रभावित रही थी पैदल यात्रा
उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला ने बताया कि गत 31 जुलाई को अतिवृष्टि के कारण पैदल यात्रा प्रभावित रही, लेकिन पिछले दो सप्ताह से पैदल यात्रा लगातार बढ़ रही है। देश विदेश से श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। यात्रा को सुखद एवं सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच ध्वस्त हाईवे को भी तीन से चार दिन के भीतर आवाजाही के लिए खुल जाएगा। वहीं थाना सोनप्रयाग के प्रभारी देवेन्द्र असवाल ने बताया कि शुक्रवार को चार हजार से अधिक यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। बारिश कम होने के साथ ही लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है।