अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में बीते दिनों मिले डेंगू के संदिग्ध मरीज की एलाइजा रिपोर्ट भले ही निगेटिव आई हो लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद अब जिला अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग डेंगू से बचाव के लिए अलर्ट हो गया है। अस्पताल प्रबंधन ने अपने छह बैड वाले डेंगू वार्ड में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है।
बीते दिनों अल्मोड़ा के एक युवक को एक निजी लैब में परीक्षण के बाद डेंगू पॉजिटिव पाया गया था। रोगी को एहतियातन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसका एलाइजा टेस्ट भी कराया गया था। राहत की बात यह रही कि इस टेस्ट में युवक निगेटिव पाया गया। इस मामले के सामने आने के बाद अब जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग प्रबंधन ने डेंगू से बचाव के प्रति और ज्यादा सतर्कता बरतनी शुरु कर दी है।
अस्पताल में आने वाले रोगियों को डेंगू से बचाव की जानकारी दी जा रही है। लैब और वार्ड में भी सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के दावे किए जा रहे हैं। चिकित्सकों ने बताया कि डेंगू रोग के फैलने अथवा इसकी शिकायत मिलने पर अस्पताल में प्रतिदिन करीब 96 लोगों के टेस्ट की व्यवस्था गई है। कार्ड टेस्ट के बाद होने वाले एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट भी पांच से छह घंटे में अस्पताल में ही उपलब्ध होगी। इसकी व्यवस्था की गई है।
क्या कहते हैं चिकित्सक
जिला अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। घर के आसपास पानी जमा न होने दें और पूरे बाजू के कपड़े पहनें। पानी की टंकी को ढककर रखें और सफाई के प्रति जागरूक रहें। स्वस्थ खानपान वाली जीवन शैली अपनाएं ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।
डेंगू रोग से बचाव के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है। किसी भी रोगी के मिलने पर अस्पताल में उपचार की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।