
नई टिहरी में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष टिहरी जिले में 25,000 महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाया जाएगा, जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठेगा।
मंत्री ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक सहकारी सोसायटी का गठन किया जाएगा, जहां स्थानीय लोगों को दवाइयां, जैविक उत्पाद, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इस पहल का उद्देश्य गांवों से पलायन रोकना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करना है।
सम्मेलन में उन्होंने यह भी बताया कि आगामी 15 दिनों में टिहरी जिले में 20 नए डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। साथ ही, हर ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें लोगों को निशुल्क दवाइयां वितरित की जाएंगी।
सम्मेलन के दौरान स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को 0% ब्याज दर पर ऋण चेक भी वितरित किए गए। इस मौके पर विधायक किशोर उपाध्याय, पूर्व विधायक डॉ. धन सिंह नेगी, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सुभाष रमोला समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
यह सम्मेलन सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण को मजबूत करने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल साबित हो रहा है।