
विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने आखिरकार अपनी लंबी अंतरिक्ष यात्रा को समाप्त करते हुए पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 195 दिन बिताए, जहां उन्होंने कई वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लिया और मानवता की भलाई के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सुनीता विलियम्स की यह यात्रा केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक घटना के रूप में भी जानी जाएगी, क्योंकि वे दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिला अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं। उनकी यात्रा न केवल उनके साहस और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि अंतरिक्ष में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने में भी एक अहम कदम है।
कैसे हुई वापसी?
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में नासा के बोइंग स्टारलाइनर क्रू टेस्ट मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए थे। यह मिशन मूल रूप से एक सप्ताह के लिए था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें नौ महीने की देरी हो गई।
स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल ने सुरक्षित लैंडिंग के बाद, रिकवरी टीम ने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला। सुनीता विलियम्स मुस्कुराते हुए बाहर आईं और हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यह ऐतिहासिक क्षण पूरे विश्व में विज्ञान प्रेमियों के लिए गर्व का विषय बन गया।
सुनीता की वापसी के साथ ही उनके परिवार वाले भी बेहद खुश हैं, क्योंकि वे लगभग सात महीने बाद अपनी प्रिय अंतरिक्ष यात्री से मिल सकेंगे। इस दौरान सुनीता ने अपनी यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए कहा, “अंतरिक्ष में बिताया गया समय मेरे लिए अविस्मरणीय था, लेकिन अब घर वापसी का समय है, और मैं अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए बहुत उत्साहित हूं।”
सुनीता विलियम्स का परिवार, जो लंबे समय से उनके वापस आने का इंतजार कर रहा था, अब खुश है कि वे सुरक्षित रूप से लौट आई हैं। उनकी घर वापसी के बाद परिवार के सदस्य उन्हें गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए तैयार हैं। सुनीता की यात्रा न केवल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के लिए एक बड़ी सफलता थी, बल्कि यह भारत और दुनिया भर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गई है।