नए साल के जश्न को लेकर कैंप-होटलों की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, अभी तक करीब पैंतीस फीसदी एडवांस बुकिंग कैंपों को मिली है, कैंप संचालकों का कहना है कि कैंपों में बुकिंग कराने के लिए पूछताछ के लिए फोन आ रहे हैं।
साल का आखिरी दिन सप्ताह के शुरू में आने से कैंपों में कम लोगों के पहुंचने का अनुमान भी संचालक लगा रहे हैं लेकिन अपने स्तर से वह तैयारियों में जुटे हैं, नया साल मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक ऋषिकेश क्षेत्र में पहुंचते हैं। पर्यटकों की पहली पसंद कैंप होते हैं।
क्षेत्र में सौ से अधिक कैंप संचालित हो रहे हैं, नए साल को लेकर कैंपों में तैयारी शुरू हो गई है, कैंप संचालकों का कहना है कि अभी पैंतीस प्रतिशत एडवांस बुकिंग हुई है, पिछले साल तक यह बीस दिसंबर के आसपास चालीस प्रतिशत के करीब था।
पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि कैंपों में जगह, सुविधा आदि के बारे में पूछताछ के लिए फोन आ रहे हैं, इस सब में कारोबारियों की चिंता यह भी है कि इस बार 31 दिसंबर को मंगलवार है, सप्ताह के शुरूआती कामकाज के दिन होने के चलते कई लोग बाहर नहीं निकलते हैं, लेकिन संचालकों ने अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं, इन दिनों कैंपों को सजाने, जरूरी सामान आदि मंगाने का काम चल रहा है।
नए साल पर होटल, रेस्टोरेंट, रिजार्ट, कैंपों आदि में शराब परोसने से पहले संचालकों को आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना होगा। नियम तोड़ने वाले प्रतिष्ठानों को विभाग ब्लैक लिस्ट करेगा, नए साल के जश्न में कई जगह शराब परोसी जाती है, इसके लिए नियमानुसार लाइसेंस लेना पड़ता है, कई बार जिन जगहों पर सामूहिक पार्टियों का आयोजन किया जाता है वहां बिना लाइसेंस शराब परोसी जाती है।
आबकारी विभाग नरेंद्रनगर की ओर से होटल, रेस्टोरेंट, कैंपों आदि को नए साल को लेकर पत्र भेजा गया है, जिसमें नियमों का हवाला देते हुए संचालकों को बार लाइसेंस लेने को कहा गया है, ऐसा न करने पर कार्रवाई और भविष्य के लिए ब्लैक लिस्ट में डालने की चेतावनी दी गई है।
आबकारी इंस्पेक्टर समरबीर सिंह बिष्ट ने बताया कि नई शराब नीति के तहत संचालक एक अप्रैल से 31 मार्च तक दस हजार रुपये फीस देकर विभाग में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, इसके बाद एक दिन के के लिए पांच हजार रुपये देकर बार का लाइसेंस ले सकते हैं।