पुरोला सहित मोरी, बड़कोट के पीआरडी जवान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने जिला युवा कल्याण अधिकारी के अन्य जनपद में हस्तांतरण की मांग की है। उनका आरोप है कि अधिकारी अपनी मनमानी से सेटिंग-गेटिंग से अनाधिकृत पंंजीकृत लोगों को पीआरडी के माध्यम विभागों में समायोजित कर रहे हैं।
शुक्रवार को इन लोगों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस ज्ञापन में उन्होंने जिला युवा कल्याण अधिकारी को जनपद से हटाने की मांग की है। अधिकारी पर आरोप लगाते हुए पीआरडी जवानों ने कहा कि वह अपनी मनमानी से अनाधिकृत रूप से पंजीकृत लोगों को ड्यूटी पर तैनात कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर जो प्रशिक्षित पीआरडी जवान वर्षों से रोजगार का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें अनदेखा किया जा रहा है। उनका कहना है कि इस संबध में न्यायालय ने भी आदेश किए हैं कि अग्रिम आदेशों तक विभाग के विशेष प्रशिक्षण शिविरों सहित अनाधिकृत रूप से पंजीकृत लोगों को ड्यूटी पर तैनात नहीं किया जाए। लेकिन उसके बाद भी संबंधित अधिकारी कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं कर रहा है। इसलिए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अधिकारी को नहीं हटाया जाता है।