
नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। कांग्रेस जिला अध्यक्ष राहुल छिमवाल ने 30 से 40 लोगों पर उनके चार जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने का गंभीर आरोप लगाया। इस मुद्दे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाईकोर्ट का रुख किया और चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी।
राहुल छिमवाल के मुताबिक, मतदान के लिए जा रहे जिला पंचायत सदस्यों को जिला पंचायत कार्यालय के पास से ही जबरन गाड़ियों में बैठाकर ले जाया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर पुलिस के सामने ही सदस्यों को उठाए जाने के दृश्य नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताते हुए कहा कि यह “वोट चोरी नहीं बल्कि वोटों पर डकैती” है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता भुवन कपाड़ि, विधायक सुमित हृदयेश और पूर्व विधायक संजीव आर्य सहित कई वरिष्ठ नेता हाईकोर्ट पहुंचे और न्याय की मांग की।
कांग्रेस का आरोप है कि यह पूरी घटना सत्ता पक्ष के इशारे पर हुई, ताकि जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव प्रभावित हो सके। वहीं, बीजेपी नेताओं ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी हार सामने देखकर बेवजह विवाद खड़ा कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम से नैनीताल का माहौल गरमा गया है। हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद चुनाव प्रक्रिया पर असर पड़ने की संभावना है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर अपहृत सदस्यों को सुरक्षित वापस नहीं लाया गया और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, अभी तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। घटना के बाद जिला पंचायत चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं और सभी की निगाहें अब हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।