गैरसैंण में उत्तराखंड विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र समापन हो गया है। जिसमें की तीसरे और आखिरी दिन मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे के बीच स्थगित किया गया था। सदन स्थगित होने से पहले सदन के भीतर कांग्रेस विधायकों की अपनों के ही प्रति नाराजगी देखने को मिली थी। कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने अपने ही पार्टी पर सदन में बोलने का मौका न दिए जाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
हरीश धामी ने कहा वह आपदा के मुद्दे पर बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। उन्होंने सदन से बाहर आकर मीडिया के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की। हरीश धामी ने कहा उनकी विधानसभा सीमांत विधानसभा है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाली विधानसभा है। जहा आपदा से उनके क्षेत्र की जनता का बुरा हाल है। इसके बाद भी उन्हें बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने पहाड़ी मूल के विधायकों की अपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पर मित्र विपक्ष की भूमिका निभाने का आरोप लगाया। हरीश धामी ने कहा वे इस मामले की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से करेंगे।
विधायक हरीश धामी ने सत्र के बाद विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने कहा कि आपदा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील राज्य के पर्वतीय क्षेत्र हैं। आपदा जैसे विषय पर उन्हीं की पार्टी के सदस्यों ने उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया। मुख्यमंत्री ने विधायक हरीश धामी की बातों को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि उनके क्षेत्र सहित अन्य स्थानों में आपदा से संबंधित जो भी प्रकरण हैं, उनको प्राथमिकता दी जाएगी।