गुरु नानक कॉलेज, देहरादून के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव “रंगरेज़ा 2025” का दूसरा दिन संगीत, उत्साह और प्रतिभा से भरपूर रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के चेयरमैन श्री जोगिंदर सिंह अरोड़ा और वाइस चेयरमैन श्रीमती राजेन्द्र कौर अरोड़ा ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर कॉलेज के रजिस्ट्रार डॉ. ललित कुमार और डायरेक्टर (एकेडमिक्स) डॉ. एस. दुरैवेल ने पुष्पगुच्छ और मोमेंटो भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया।
दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण बॉलीवुड के लोकप्रिय गायक वरुण जैन का लाइव म्यूज़िकल परफॉर्मेंस रहा। वरुण जैन ने अपनी सुरीली आवाज़ में “राब्ता”, “तेरे वास्ते फलक से”, “बुलेया”, “मितवा” और “दमादम मस्त कलंदर” जैसे सुपरहिट गीतों से समां बांध दिया। उनकी शानदार प्रस्तुति पर छात्र-छात्राएं झूम उठे और पूरे कैंपस में संगीत की गूंज सुनाई दी।
कार्यक्रम के अंत में रैंप वॉक प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए गए। मिस्टर फ्रेशर 2025 का खिताब तनुश को और मिस फ्रेशर 2025 का खिताब सोलंकी को प्रदान किया गया। बेस्ट ड्रेस पुरस्कार पुरुष वर्ग में भावेश और महिला वर्ग में आकृति को मिला, जबकि बेस्ट वॉक (फीमेल) का पुरस्कार यति और (मेल) का पुरस्कार विवेक ने जीता। विजेताओं को मंच पर सम्मानित किया गया, जिससे माहौल तालियों से गूंज उठा।
कॉलेज के सीईओ भूपेन्द्र सिंह, सीओओ विनीत अरोड़ा, सीएसओ सैथजीत सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. ललित कुमार और डायरेक्टर (एकेडमिक्स) डॉ. एस. दुरैवेल ने कार्यक्रम की सफलता पर गर्व जताया।
सीईओ भूपेन्द्र सिंह ने कहा, “रंगरेज़ा 2025 कॉलेज के विद्यार्थियों की रचनात्मकता, उत्साह और टीमवर्क का प्रतीक है। छात्रों ने जिस लगन से इसे सफल बनाया, वह सराहनीय है।”
सीओओ विनीत अरोड़ा ने कहा, “ऐसे आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद जरूरी हैं। आयोजकों और स्वयंसेवकों को बधाई।”
सीएसओ सैथजीत सिंह ने कहा, “छात्रों की प्रस्तुतियों में आत्मविश्वास और सृजनात्मकता का सुंदर संगम दिखा, जो कॉलेज के सकारात्मक वातावरण का परिचायक है।”
डॉ. ललित कुमार ने कार्यक्रम को संस्थान की एकता और सांस्कृतिक विरासत का उत्कृष्ट उदाहरण बताया, जबकि डॉ. दुरैवेल ने कहा कि “यह मंच छात्रों की कला को निखारने का बेहतरीन अवसर है।”
कॉलेज प्रबंधन ने शिक्षकों और गैर-शिक्षण स्टाफ के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत ही कॉलेज की सफलता की रीढ़ है।
“रंगरेज़ा 2025” का दूसरा दिन न केवल मनोरंजन और संगीत से सराबोर रहा, बल्कि इसने गुरु नानक कॉलेज की संगठनात्मक क्षमता, विद्यार्थियों की प्रतिभा और सांस्कृतिक विविधता का शानदार प्रदर्शन भी किया।
