
देहरादून के बड़ोवाला क्षेत्र में एबीएस प्रॉपर्टीज के मालिक विजेंद्र सिंह रावत, लखन सिंह और उनके साथियों ने तीन सैनिकों के परिवारों समेत 10 लोगों से 1.5 करोड़ रुपये लेकर उन्हें फर्जी जमीन बेची। जो अब राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन है, जबकि जमीन मौके पर मौजूद है।
ना जमीन मिली, ना पैसा। उल्टा अब उन परिवारों को धमकियां, गालियां और मारपीट का सामना करना पड़ रहा है। किंतू इस पूरे मामले में सरकार और प्रशासन अब भी खामोश हैं।
वहीं सैनिक परिवारों का कहना है की क्या सिर्फ़ सरहद पर कुर्बानी देना ही सैनिक की जिम्मेदारी है? क्या उनके परिवारों की इज़्ज़त और जमीन की सुरक्षा कोई मायने नहीं रखती?