देहरादून: राजधानी देहरादून में नशा मुक्ति केंद्र एक बार फिर विवादों में घिर गया है। आरोप है कि केंद्र प्रबंधन की लापरवाही के चलते 32 वर्षीय नीरज की मौत हो गई। मृतक के परिजन विशेष रूप से उसकी बहन रोशनी देवी ने थाना रायपुर में तहरीर देकर केंद्र प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जानकारी के अनुसार नीरज को कुछ महीने पहले नशे की लत छुड़वाने के लिए रांझावाला इलाके स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। लेकिन 14 दिसंबर को उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया…जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि समय पर उचित चिकित्सा सुविधा न मिलने के कारण उनकी जान बचाई नहीं जा सकी।
थाना रायपुर के प्रभारी गिरीश नेगी ने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम में डॉक्टरों ने मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया और विसरा सुरक्षित रखा है। साथ ही पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र में जाकर वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। जांच के दौरान केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और डीवीआर को भी कब्जे में लिया गया है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके।

परिजन अब केंद्र प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं….जबकि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
