देहरादून में भद्रराज मंदिर की ओर ट्रैकिंग पर गए आठ युवक-युवतियां रास्ता भटक गए। सूचना मिलते ही पुलिस टीम सक्रिय हुई और रेस्क्यू अभियान चलाकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
शनिवार देर रात पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि कुछ युवक-युवतियां ट्रैकिंग के दौरान भद्रराज मंदिर की ओर जाते हुए रास्ता खो बैठे हैं। तत्काल पुलिस टीम को मौके के लिए रवाना किया गया। कठिन पहाड़ी और घने जंगलों से गुजरकर टीम ने खोजबीन शुरू की। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद सभी ट्रैकर्स को सकुशल ढूंढ निकाला गया। पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाकर परिजनों को सूचित किया।
रेस्क्यू किए गए लोगों में पंकज कुमार (23), उज्जवल पांडे (21), सोमेश श्रीवास्तव (24), मनीष जोशी (24), कमल मित्तल (23), खुशी पंवार (20), रिया मेहरा (22) और संध्या बिष्ट (22) शामिल रहे। सभी देहरादून के अलग-अलग इलाकों के निवासी बताए गए हैं। पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद सभी को उनके घर रवाना कर दिया।
भद्रराज मंदिर ट्रैकिंग रूट देहरादून के लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थलों में से एक है। यहां हर साल बड़ी संख्या में लोग ट्रैकिंग के लिए जाते हैं। हालांकि, मार्ग जंगलों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होकर गुजरता है, जिसके कारण अंधेरा होने या अनुभवहीन ट्रैकर्स के भटकने की संभावना बढ़ जाती है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस लगातार अपील कर रहे हैं कि ट्रैकिंग पर जाने वाले लोग सुरक्षा नियमों का पालन करें, समूह में जाएं और समय का ध्यान रखें। साथ ही, मौसम और मोबाइल नेटवर्क की स्थिति को देखते हुए ट्रैकिंग की योजना बनाई जाए। इस घटना ने एक बार फिर रेखांकित किया है कि पहाड़ी क्षेत्रों में एडवेंचर गतिविधियों के दौरान सतर्कता कितनी जरूरी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आठ युवाओं की जान पर बना संकट टल गया और सभी सकुशल अपने घर लौट सके।
