
देहरादून में शनिवार शाम को शहर के कुछ हिस्सों में इमरजेंसी सायरन बजेंगे। जिला प्रशासन ने शहरवासियों से स्पष्ट कहा है कि यह किसी आपदा या आपात स्थिति के संकेत के लिए नहीं बल्कि परीक्षण के उद्देश्य से किया जा रहा है। आम लोगों को सायरन की आवाज सुनकर घबराने की आवश्यकता नहीं है।
इस परीक्षण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सायरन का उद्घाटन करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के तहत शहर में 13 आधुनिक लंबी दूरी तक आवाज पहुंचाने वाले सायरन स्थापित किए गए हैं। इनमें चार सायरन की आवाज 16 किलोमीटर तक और नौ सायरन की आवाज आठ किलोमीटर तक सुनी जा सकती है। उद्घाटन समारोह शाम छह बजे डानलवाला थाने में होगा।
सायरन परीक्षण के अलावा, देहरादून में अन्य विकास कार्यों का भी उद्घाटन शनिवार को किया जाएगा। इसमें घंटाघर पर हुए सौंदर्यीकरण के कार्य का उद्घाटन शामिल है। इसके साथ ही देहरादून कलेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चूपानी और आईएसबीटी पर चार आधुनिक हिलांस कैंटीन का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री करेंगे।
शहर प्रशासन का उद्देश्य है कि इमरजेंसी सायरन प्रणाली को पूरी तरह से टेस्ट किया जाए ताकि किसी आपदा या संकट की स्थिति में तुरंत नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर सूचित किया जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के सायरन सिस्टम से शहर में आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे सायरन बजने पर घबराएं नहीं और परीक्षण के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें। प्रशासन का कहना है कि यह पहल शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
कुल मिलाकर, देहरादून में आज का दिन प्रशासन और नागरिक सुरक्षा दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। सायरन परीक्षण और उद्घाटन समारोह से शहर में आपात स्थिति में तैयार रहने की क्षमता बढ़ेगी और नागरिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।