
देहरादून स्थित सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। यह ऐतिहासिक यात्रा उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक है, जिसके सुचारू आयोजन के लिए राज्य सरकार गंभीरता से प्रयासरत है।
बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक अनिल नौटियाल और भूपाल राम टमटा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग की मरम्मत, चिकित्सा सुविधाएं, पेयजल, सुरक्षा, साफ-सफाई और ठहरने की उचित व्यवस्था समय पर सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि नंदा देवी राजजात यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि हमारी लोक आस्था, परंपरा और संस्कृति का उत्सव है। इसमें देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में शामिल होते हैं, इसलिए व्यवस्थाओं में कोई कमी न रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग पर सड़क, बिजली और नेटवर्क कनेक्टिविटी जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता से दुरुस्त किया जाए। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखते हुए स्वच्छता अभियान चलाया जाए। बैठक में तय हुआ कि यात्रा की तैयारियों की निगरानी के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा और आगामी हफ्तों में जमीनी स्तर पर व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाएगी। सरकार की मंशा है कि इस वर्ष नंदा देवी राजजात यात्रा एक आदर्श आयोजन बने और श्रद्धालुओं को हर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।