देहारादून: देहरादून पुलिस ने 21 नवंबर को गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी घुसपैठिए ममून हसन के मामले में नए खुलासे सामने आए हैं। जांच में यह पता चला है कि ममून हसन ने एक हिंदू महिला का धर्मांतरण कर उसे मुस्लिम नाम फरजाना अख्तर देकर अपने साथ अवैध रूप से भारत लाया। पुलिस के मुताबिक ममून हसन ने 2019, 2020 और 2021 में तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर रीना चौहान से संपर्क किया। साल 2022 में उसने रीना को अवैध रूप से बांग्लादेश ले जाकर शादी की और उसके धर्मांतरण की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद दोनों भारत लौट आए…और रीना ने अपने पहले पति के नाम से ममून हसन के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाए। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि पुलिस पूरे मामले में बांग्लादेश की संबंधित एजेंसियों के साथ संपर्क में है और सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि रीना द्वारा बनाए गए फर्जी प्रमाण पत्र और ममून हसन का बांग्लादेश में निकाह पुलिस के हाथ लगे हैं। पूरे मामले में धर्मांतरण और अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक की जांच लगातार जारी है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि भारतीय नागरिक के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध रूप से रह रहे ममून हसन की गिरफ्तारी के मामले में सभी महत्वपूर्ण कड़ियों को जोड़ा जा रहा है। धर्मांतरण का मामला सामने आने के बाद पुलिस हर पहलू की विस्तृत जांच कर रही है।
पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि धर्मांतरण में किसी गिरोह का हाथ होने की संभावना है। इससे पहले इसी साल जुलाई में यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण गिरोह के सरगना छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह के कई सदस्यों और दस्तावेजों की उत्तराखंड और यूपी में जांच की गई थी।
