देहरादून: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इस समय ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है। बीते चार दिनों से देहरादून समेत कई हवाई अड्डों पर इंडिगो की उड़ानें या तो देर से उड़ रही हैं या रद्द हो रही हैं, जिससे यात्रियों में गुस्सा चरम पर है। खासकर शुक्रवार, 5 दिसंबर को देहरादून से 13 उड़ानें रद्द की गईं…..जिनमें दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई जैसी प्रमुख डेस्टिनेशन शामिल थीं।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट के यात्रियों का कहना है कि इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने के कारण हवाई अड्डे पर असंतोष और नाराजगी देखने को मिली। इस मामले में एयरपोर्ट के डायरेक्टर भूपेश नेगी ने बताया कि प्रभावित यात्रियों की मदद के लिए एयरलाइन ने हवाई अड्डे पर हेल्प डेस्क स्थापित किया है। शुक्रवार को करीब 100 यात्री एयरपोर्ट पर मौजूद थे, जिनकी सहायता एयरलाइन और एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक इंडिगो इस समय अपने सबसे बड़े ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है। देशभर में एक दिन में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। इस स्थिति को देखते हुए DGCA ने पायलट ड्यूटी नियमों में राहत दी है और पुराने निर्देश तुरंत प्रभाव से वापस ले लिए हैं। DGCA के आदेश के अनुसार साप्ताहिक आराम के बदले कोई छुट्टी नहीं दी जा सकती। यह कदम एयरलाइनों से प्राप्त शिकायतों और संचालन में निरंतरता बनाए रखने की जरूरत को ध्यान में रखकर उठाया गया है।
पिछले महीने, नवंबर 2024 में, इंडिगो ने अपने नेटवर्क में कुल 1,232 उड़ानें रद्द की थीं। सरकार ने कहा है कि वह एयरलाइन के ऑपरेशनल सुधार और यात्रियों को मिलने वाली सेवाओं पर लगातार नजर रख रही है।
इंडिगो के पास 400 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं और यह रोज़ाना 2,300 से ज्यादा फ्लाइट्स चलाती है। यह एयरलाइन 90+ घरेलू और 45+ अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन को जोड़ती है। 2024 में, इंडिगो ने 58 नए एयरक्राफ्ट शामिल किए और वित्तीय वर्ष 2025 में 118 मिलियन से ज्यादा यात्रियों को सेवा दी। हाल ही में, इंडिगो को 2025 स्काईट्रैक्स वर्ल्ड एयरलाइन अवार्ड्स में “भारत और दक्षिण एशिया में सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन” का खिताब भी मिला।
