अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की 21 सितंबर को हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में फंसने के बाद प्रदेशभर में युवाओं का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून में प्रेसवार्ता कर सरकार की स्थिति साफ की।
सीएम धामी ने कहा कि इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित की गई है, जो गहराई से जांच कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी इसमें शामिल होगा, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। धामी ने कहा, “राज्य में 80 हजार से अधिक छात्रों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया। अगर पेपर लीक हुआ तो वह कुछ खास व्यक्तियों तक कैसे पहुंचा, यह जांच का सबसे अहम बिंदु है। SIT इसी दिशा में काम कर रही है।”
सीबीआई जांच की मांग पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी जांच एजेंसी से परहेज नहीं करती। फिलहाल SIT जांच कर रही है और उसके निष्कर्ष आने का इंतजार करना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर छात्रों के हित में जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच कराने में भी कोई आपत्ति नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ भर्ती कराना है। “हमारा प्रयास है कि किसी भी युवा के साथ अन्याय न हो। भर्ती प्रक्रिया पर अनावश्यक असर न पड़े और दोषियों को कठोर सजा मिले,” सीएम ने कहा।
इससे पहले, पेपर लीक प्रकरण को लेकर विपक्षी दलों और युवाओं ने सीबीआई जांच की मांग तेज कर दी थी। प्रदेशभर में कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि युवाओं की भावनाओं का सम्मान किया जाएगा और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए सरकार हर कदम उठाएगी।
