
चमोली के ल्वाणी गांव में भू-धंसाव के कारण हालात चिंताजनक हो गए हैं। स्थानीय विकासखंड की लोहाजंग वाण सड़क करीब 80 मीटर तक धंस गई है, जिससे सड़क के आसपास के 50 मकानों में दरारें गहरी होती जा रही हैं। बृहस्पतिवार को विधायक भूपाल राम टम्टा, एसडीएम पंकज भट्ट और लोनिवि के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि यह क्षेत्र एक दशक से भू-धंसाव की चपेट में है और कई बार सुरक्षा दीवार बनाने का प्रस्ताव शासन-प्रशासन को भेजा जा चुका है। अगस्त 2024 में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने भी क्षेत्र का निरीक्षण किया था और सुरक्षा दीवार बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्य नहीं हुआ। ल्वाणी गांव में लगभग सभी घर प्रभावित हैं। घरों के आंगन और आसपास की जमीन में दरारें दिख रही हैं। कई घर रहने लायक नहीं बचे हैं और लोग दहशत में हैं। जिला पंचायत सदस्य उर्मिला बिष्ट ने बताया कि पूरे गांव में भू-धंसाव लगातार बढ़ रहा है।
सड़क धंसने के कारण क्षेत्र के आठ ग्राम पंचायतों में राशन, सब्जी और अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति बाधित हो गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क को खोलने से पहले सुरक्षा दीवार बनाई जाए।
भू-वैज्ञानिकों की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और उन्होंने सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। विधायक भूपाल राम टम्टा ने लोनिवि अधिकारियों से सड़क के ऊपर और नीचे सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भूस्खलन से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गांव के स्थानीय नेता और ग्रामीण भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी इसी स्थान पर सड़क धंसी थी, लेकिन तत्काल उपाय नहीं किए गए। अब स्थिति और गंभीर हो चुकी है। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि सभी प्रभावित घरों की जांच की जाएगी और जहां जरूरी होगा, वहां मुआवजा या अन्य राहत प्रदान की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अफवाहों से दूर रहें।
भूस्खलन की यह घटना चमोली जिले में ग्रामीण सुरक्षा और अवसंरचना की चुनौतियों को उजागर करती है। ल्वाणी गांव के मामले में जल्द कार्रवाई न होने की स्थिति में हालात और बिगड़ सकते हैं।