
उत्तराखंड के चमोली जिले में थराली तहसील में देर रात भारी बादल फटने से व्यापक तबाही मची है। टूनरी गदेरा में अचानक आए मलबे ने तहसील परिसर, थराली बाजार और आसपास के कई गांवों में भारी नुकसान किया। एसडीएम आवास समेत कई मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि सड़कें भी मलबे से अवरुद्ध हो गई हैं।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, थराली-सागवाड़ा मार्ग और थराली-ग्वालदम मार्ग मिंग्गदेरा में बंद हैं। तहसील परिसर में कई वाहन मलबे में दब गए हैं, और कुछ घरों में मलबा घुस गया है। सागवाड़ा गांव में एक व्यक्ति और 20 वर्षीय युवती के लापता होने की सूचना मिली है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें गौचर और ग्वालदम से घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं। एसडीएम और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हैं। डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत और मदद उपलब्ध कराई जा रही है।
थराली, देवाल और नारायणबगड़ के सभी स्कूलों में भारी बारिश और मलबा आने के खतरे के चलते अवकाश घोषित किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबा लगातार बढ़ रहा है और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। स्थानीय दुकानदारों और निवासियों ने बताया कि बाजार और कई दुकानें मलबे में बह गई हैं। वाहन मलबे के साथ बहकर घरों तक पहुँच गए। एसडीआरएफ ने प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव कार्य तेज कर दिया है।
प्रशासन ने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और जोखिम वाले इलाकों से दूर रहने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि प्रभावितों को तत्काल आर्थिक और भौतिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बादल फटने की यह घटना स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियों के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, और प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी मलबा हटाने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम जारी है।