चमोली जिले के डुमक गांव में सुबह-सुबह मवेशियों के लिए घास लेने गए दंपती पर अचानक भालू ने हमला कर दिया। इस भयावह घटना में पति सुंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी लीला देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। लीला देवी को तुरंत एयर एंबुलेंस के माध्यम से ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, दंपती नियमित रूप से मवेशियों के लिए घास लेने जाते थे। इस दिन भालू ने उन्हें घात लगाए रखा और अचानक हमला कर दिया। घटना के समय आसपास कोई और नहीं था, जिससे बचाव संभव नहीं हो पाया। सुंदर सिंह की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने बताया कि इस क्षेत्र में भालू के गतिविधियों की संख्या बढ़ी है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि भालू अक्सर गांव के निकट जंगलों में भोजन की तलाश में आते हैं, इसलिए ग्रामीणों को इस तरह के क्षेत्रों में अकेले जाने से बचने की सलाह दी जाती है।
वन विभाग ने कहा कि इलाके में भालू और अन्य जंगली जानवरों के नियंत्रण और निगरानी के लिए विशेष टीम बनाई गई है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि अगर भालू दिखाई दे तो किसी भी तरह के जोखिम से बचें और तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
इस घटना ने एक बार फिर से चमोली में जंगली जानवरों और मानव सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती को उजागर किया है। ग्रामीणों का कहना है कि भालू और अन्य वन्य जीव अब मानव आबादी के नजदीक आने लगे हैं, जिससे ऐसी दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
सुरक्षा उपायों को लेकर प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से मिलकर योजना बनाने और जंगल में जाने से पहले सतर्कता बरतने की अपील की है। वहीं, सुंदर सिंह के परिवार को प्रशासन ने उचित सहायता देने का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोग दंपती की याद में शोक व्यक्त कर रहे हैं और इस घटना ने ग्रामीणों को जंगल और जंगली जानवरों के प्रति सतर्क रहने की सीख दी है।
