हरिद्वार: बीजेपी से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की पत्नी होने का दावा करने वाली फिल्म एक्ट्रेस उर्मिला सनावर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हरिद्वार जिले के अलग-अलग थानों और कोतवाली में उनके खिलाफ अब तक चार मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। ताजा मामला बहादराबाद थाने से जुड़ा है जहां हाल ही में दर्ज एक मुकदमे में उर्मिला सनावर के साथ पूर्व विधायक सुरेश राठौर का नाम भी शामिल किया गया है। इन सभी मामलों की जांच अब एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) करेगी।
जानकारी के मुताबिक, बहादराबाद थाने में एक ग्रामीण ने हाल ही में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उर्मिला सनावर और सुरेश राठौर ने एक बीजेपी नेता को बदनाम करने के लिए साजिश रची। इससे पहले ज्वालापुर कोतवाली में सुरेश राठौर की ओर से भी एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। अलग-अलग थानों में दर्ज मामलों को देखते हुए हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने सभी प्रकरणों की एकसाथ जांच के लिए एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं।
एसपी सिटी के नेतृत्व में SIT
एसआईटी की जिम्मेदारी हरिद्वार एसपी सिटी अभय कुमार सिंह को सौंपी गई है। इस टीम में दो इंस्पेक्टर समेत कुल सात पुलिस अधिकारी शामिल हैं। फिलहाल उर्मिला सनावर के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर, कोतवाली रानीपुर, थाना बहादराबाद और थाना झबरेड़ा में कुल चार मुकदमे दर्ज हैं।
अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़कर बढ़ा विवाद
उर्मिला सनावर एक बार फिर अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर चर्चा में आईं, जब उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट और कथित ऑडियो जारी किया। इस ऑडियो में पूर्व विधायक सुरेश राठौर से जुड़ी बातचीत का दावा किया गया था। ऑडियो में आरोप लगाया गया कि अंकिता भंडारी प्रकरण में कई बड़े नेताओं के नाम सामने आए, लेकिन उन्हें सजा नहीं मिली।
ऑडियो सामने आने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई। कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला और कई जगहों पर अंकिता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए। वहीं, सुरेश राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस ऑडियो को एआई जेनरेटेड बताते हुए उर्मिला सनावर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
रोते हुए वीडियो में लगाए गंभीर आरोप
इस पूरे घटनाक्रम के बीच उर्मिला सनावर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर रोते हुए एक वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में वह पुलिस पर गिरफ्तारी को लेकर दबाव बनाने और परेशान करने जैसे गंभीर आरोप लगाती नजर आ रही हैं। साथ ही उन्होंने सरकार पर भी सवाल खड़े किए हैं।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि सभी मामलों की निष्पक्ष और गहन जांच की जाएगी। एसआईटी गठन के बाद अब यह देखना अहम होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और आगे किसके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।

