ई-बस
देहरादून स्मार्ट सिटी ने परिवहन सुविधा को मज़बूत बनाने और राजस्व बढ़ाने के लिए नया कदम उठाया है। अब स्मार्ट सिटी की वातानुकूलित, प्रदूषण रहित ई-बसें ऋषिकेश और विकासनगर के रुद्रपुर क्षेत्र तक संचालित की जाएंगी। इन दोनों रूटों पर ट्रायल रन पूरा हो चुका है और जल्द ही नियमित बस सेवा शुरू होने वाली है। यह विस्तार न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन देगा बल्कि स्मार्ट सिटी को आर्थिक रूप से भी राहत पहुंचाएगा।
करीब तीन साल पहले देहरादून में 30 इलेक्ट्रिक बसों के साथ यह सेवा शुरू हुई थी। उम्मीद थी कि यह शहर में सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करेगी और निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी। लेकिन छोटे रूट, सीमित यात्री संख्या, निजी वाहनों का बढ़ता दबदबा और शहर का ट्रैफिक जाम इस सेवा के घाटे का मुख्य कारण बन गए। नतीजा यह रहा कि स्मार्ट सिटी को इस महत्वपूर्ण परियोजना में अपेक्षित राजस्व प्राप्त नहीं हो सका।
इसी स्थिति को सुधारने के लिए अब दो प्रमुख रूटों—ऋषिकेश और विकासनगर—का चयन किया गया है। दोनों ही रूटों पर यात्रियों की संख्या अधिक रहती है और यहां सार्वजनिक परिवहन की मांग लगातार बनी रहती है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसों के चलने से स्मार्ट सिटी की आय में तो बढ़ोतरी होगी ही, साथ ही इन क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित, आरामदायक और पर्यावरण हितैषी यात्रा का विकल्प भी मिलेगा।
स्मार्ट ई-बसें पूरी तरह वातानुकूलित हैं, जिनमें जीपीएस आधारित ट्रैकिंग, रीयल-टाइम लोकेशन, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक सीटिंग जैसी आधुनिक सुविधाएँ मौजूद हैं। यात्रियों को यह सुविधा पहले सिर्फ देहरादून शहर तक सीमित रूप से मिलती थी, लेकिन अब बड़े रूटों पर विस्तार से इसका दायरा बढ़ेगा।
स्मार्ट सिटी प्रबंधन का मानना है कि लंबे रूटों पर बसों के अधिक यात्री मिलेंगे, जिससे सेवा व्यावसायिक रूप से मजबूत होगी और इलेक्ट्रिक बस परियोजना को स्थिरता मिलेगी। इसके साथ ही शहर के बाहर के क्षेत्रों में पर्यावरण-अनुकूल यात्रा की दिशा में भी यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा।
