नई दिल्ली: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने कॉलर नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) प्रणाली को देशभर में लागू करने की मंजूरी दे दी है। इस नई सुविधा के तहत अब सिर्फ नंबर नहीं बल्कि कॉल करने वाले का नाम भी दिखाई देगा। वर्तमान में CNAP का परीक्षण चुनिंदा क्षेत्रों में किया जा रहा है और वोडाफोन आइडिया ने हरियाणा में इसका पायलट रन शुरू कर दिया है। जियो और अन्य नेटवर्क ऑपरेटर भी जल्द ही परीक्षण शुरू करेंगे।
TRAI ने बताया कि मार्च 2026 तक सभी भारतीय नेटवर्क ऑपरेटर रिलायंस जियो, एयरटेल और Vi को CNAP पूरी तरह लागू करना होगा। नई प्रणाली शुरुआत में केवल 4G और 5G उपकरणों पर काम करेगी…इसलिए 2G उपयोगकर्ता इसे अभी नहीं इस्तेमाल कर पाएंगे।
CNAP सुविधा कॉलर की पहचान आसान बनाएगी, स्पैम कॉल से सुरक्षा देगी और ट्रूकॉलर जैसी थर्ड-पार्टी ऐप्स पर निर्भरता घटाएगी। ट्राई एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाने पर विचार कर रहा है…जिससे ऑपरेटर कॉलिंग डेटा साझा कर सकेंगे। कॉलर का नाम उनके KYC रिकॉर्ड के आधार पर दिखाया जाएगा। इस बदलाव से कॉलिंग अनुभव सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद होगा।
