उत्तराखंड स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन में आयोजित परेड के दौरान पुलिसकर्मियों के लिए चार महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। सबसे प्रमुख घोषणा यह रही कि राज्य के सभी पुलिसकर्मियों को विशेष रजत जयंती पदक प्रदान किया जाएगा। यह पदक 21 अक्टूबर को हर साल मनाए जाने वाले पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर दिया जाएगा, जो 1959 में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर चीनी सैनिकों के कपटपूर्ण हमले में शहीद हुए 10 सीआरपीएफ जवानों की याद में मनाया जाता है।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में पुलिसकर्मियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह विशेष सम्मान पुलिसकर्मियों के समर्पण और साहस को मान्यता देने के लिए दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आवासीय भवन निर्माण के लिए तीन वर्षों में 100 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर करने की घोषणा की। इसके अंतर्गत एसडीआरएफ के जवानों के लिए पांच नए बैरिकों का निर्माण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पुलिस कल्याण नीति के तहत 2.5 करोड़ से बढ़ाकर 4.5 करोड़ रुपये तक की धनराशि भी जारी करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाएं न केवल अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ी हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से भी जुड़ी हैं। इस कारण उत्तराखंड भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। ऐसे में राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखना पुलिसकर्मियों के लिए विशेष चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण काम है।
कार्यक्रम में इस साल विभिन्न ड्यूटी के दौरान बलिदान हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करके सम्मानित किया गया। सीएम ने कहा कि पुलिसकर्मी हमेशा जनता की सुरक्षा और राज्य की सेवा में तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर अधिकारी, कर्मचारी और पुलिसकर्मी बड़े उत्साह के साथ उपस्थित रहे।
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर पुलिसकर्मियों को विशेष रजत जयंती पदक प्रदान करना राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और उनके योगदान को मान्यता देने की एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
