विकासनगर (देहरादून)। त्यूणी क्षेत्र के तटीय गांव पावली में लावारिस कुत्ते के काटने के दो दिन बाद एक गाय की अचानक मौत हो गई। गाय का दूध पीने वाले गांव के 22 लोगों ने एंटी-रेबीज वैक्सीन (एआरवी) लगवाई। घटना के बाद कुत्ता लापता हो गया है और ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है।
घटना बुधवार को सामने आई, जब पावली गांव के ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी पहुंचे और चिकित्सकों को बताया कि कुछ दिन पहले एक लावारिस कुत्ते ने गांव की एक दुधारू गाय को काट लिया था। गाय के मारे जाने के समय उसके मुंह से झाग निकल रहा था और शरीर अकड़ा हुआ था, जिससे पशुपालक और ग्रामीण काफी चिंतित हो गए।
गाय के दूध का सेवन करने वाले 22 ग्रामीणों ने तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का रुख किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि सभी को एंटी-रेबीज वैक्सीन की पहली डोज दी गई है और उन्हें पूरा कोर्स पूरा करने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बृहस्पतिवार को सभी 22 ग्रामीणों का स्वास्थ्य सामान्य पाया गया।
घटना के बाद ग्रामीणों ने कुत्ते को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह लापता हो गया। इस मामले से गांव में भय का माहौल फैल गया है। पशुपालकों का कहना है कि यह पहला मामला है जब किसी गाय के काटने के दो दिन बाद उसकी मौत हो गई और दूध पीने वाले लोगों को एआरवी लगवानी पड़ी।
डॉ. राणा ने लोगों से आगाह किया है कि यदि किसी भी जानवर के काटने की घटना सामने आती है तो तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संपर्क करें। उन्होंने यह भी कहा कि लावारिस कुत्तों से सावधानी बरतना आवश्यक है और उनकी जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों को देना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध जानवर को पकड़ने की कोशिश करने से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं में समय पर वैक्सीन लगवाना जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार की रैबीज संक्रमण की आशंका से बचा जा सके।इस घटना ने त्यूणी और आसपास के क्षेत्रों में लोगों में जागरूकता बढ़ा दी है। ग्रामीणों ने कहा कि अब वे किसी भी लावारिस कुत्ते या संदिग्ध जानवर से दूरी बनाए रखेंगे और स्वास्थ्य अधिकारियों को तुरंत सूचित करेंगे।
